मुंबई. स्पॉट फिक्सिंग (जानिए कैसे होती है फिक्सिंग, स्टेप बाय स्टेप) मामले में नित नए खुलासे हो रहे हैं। अब यह बात भी सामने आ रही है कि बॉलीवुड की दो हीरोइनें भी सट्टे में पैसा लगाती थीं। यह विंदू दारा सिंह की गिरफ्तारी के बाद पता चला है। विंदू ने यह बात मान ली है कि वह सट्टा लगाता था।
विंदू की गिरफ्तारी मंगलवार को हुई थी। उनकी गिरफ्तारी के पीछे की कहानी भी बड़ी दिलचस्प है। आईपीएल सीजन 6 में हुई स्पॉट फिक्सिंग के मामले में पुलिस के हत्थे चढ़े बिग बॉस विजेता विंदू ने दो बुकीज को देश से बाहर निकालने में मदद भी की थी। पुलिस के मुताबिक विंदू ने संजय छावड़ा और उसके भाई पवन छावड़ा को देश से बाहर भाग निकलने में मदद की। ये दोनों पुलिस की मोस्टवांटेड लिस्ट में हैं। सोमवार की देर रात बुकी प्रेम तरनेजा भी दुबई भागने की फिराक में था। लेकिन पुलिस ने नाटकीय अंदाज में उसे जहाज उड़ने से पहले ही धर दबोचा। उसी ने खुलासा किया कि विंदू की मदद से बुकीज विदेश भागे हैं।
प्रेम तरनेजा सबसे बड़े बुकीज में से है। सोमवार की देर रात मुंबई के इंटरनेशनल एयरपोर्ट पर तरनेजा को पकड़ने के दौरान खूब ड्रामा हुआ। तरनेजा ने दुबई भागने का पूरा प्लान बना लिया था और फ्लाइट पकड़ने ही वाला था। ठीक उसी वक्त इमीग्रेशन डिपार्टमेंट को मामले की सूचना मिल गई और उसे बोर्डिंग गेट पर ही रोक लिया गया। पूछताछ में उसने बताया कि विंदू ने छावड़ा बंधुओं के लिए 26 मई को दुबई भागने के लिए इंतजाम किया था।
विंदू की गिरफ्तारी मंगलवार को हुई थी। उनकी गिरफ्तारी के पीछे की कहानी भी बड़ी दिलचस्प है। आईपीएल सीजन 6 में हुई स्पॉट फिक्सिंग के मामले में पुलिस के हत्थे चढ़े बिग बॉस विजेता विंदू ने दो बुकीज को देश से बाहर निकालने में मदद भी की थी। पुलिस के मुताबिक विंदू ने संजय छावड़ा और उसके भाई पवन छावड़ा को देश से बाहर भाग निकलने में मदद की। ये दोनों पुलिस की मोस्टवांटेड लिस्ट में हैं। सोमवार की देर रात बुकी प्रेम तरनेजा भी दुबई भागने की फिराक में था। लेकिन पुलिस ने नाटकीय अंदाज में उसे जहाज उड़ने से पहले ही धर दबोचा। उसी ने खुलासा किया कि विंदू की मदद से बुकीज विदेश भागे हैं।
प्रेम तरनेजा सबसे बड़े बुकीज में से है। सोमवार की देर रात मुंबई के इंटरनेशनल एयरपोर्ट पर तरनेजा को पकड़ने के दौरान खूब ड्रामा हुआ। तरनेजा ने दुबई भागने का पूरा प्लान बना लिया था और फ्लाइट पकड़ने ही वाला था। ठीक उसी वक्त इमीग्रेशन डिपार्टमेंट को मामले की सूचना मिल गई और उसे बोर्डिंग गेट पर ही रोक लिया गया। पूछताछ में उसने बताया कि विंदू ने छावड़ा बंधुओं के लिए 26 मई को दुबई भागने के लिए इंतजाम किया था।
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