Monday, 15 July 2013

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हथियार के बल पर स्कूल से उठाकर 4 नाबालिगों से गैंग रेप | today hindi news papers

पाकुड़ (झारखंड)।। झारखंड के पाकुड़ में इंसानियत को शर्मसार कर देने वाली एक घटना सामने आई है। रविवार की रात ईसाई मिशन के स्कूल में 20 हथियार बंद युवकों ने हमला बोल दिया। वे स्कूल टीचर्स को एक कमरे में बंद करके 12-14 साल की 4 नाबालिग लड़कियों को उठाकर ले गए। स्कूल से कुछ ही दूरी पर इन बच्चियों से गैंग रेप किया और बाद में उन्हें वहीं तड़पता छोड़कर फरार हो गए।

करीब 1 घंटे तक हैवानियत का यह नंगा नाच चलता रहा। नाबालिग बच्चियां मदद के लिए पुकारती रहीं, लेकिन मदद के लिए कोई नहीं आया। करीब 36 घंटे बाद भी इस मामले में अब तक किसी की गिरफ्तारी नहीं हुई है, बस पूछताछ के लिए पुलिस ने 3 लोगों को हिरासत में लिया है।


पाकुड़ जिले के लिट्टीपाड़ा इलाके के लबदाघाटी इलाके में यह स्कूल स्थित है। सूत्रों के मुताबिक, रविवार की रात करीब 9 बजे सभी स्टाफ और स्टूडेंट्स खाना खाने के बाद सो गए। रात करीब 11 बजे परंपरागत हथियारों से लैस करीब 20 युवकों स्कूल को घेर लिया। उन्होंने जान से मार देने की धमकी देते हुए वहां मौजूद 4 टीचरों को एक कमरे में बंद कर दिया। इसके बाद वे 12 से 14 साल की 4 छात्राओं को उठाकर ले गए।

स्कूल से करीब 200 मीटर की दूरी पर उनके साथ गैंग रेप किया। बाद में उसी अवस्था में उन्हें छोड़कर वे फरार हो गए। मिशन स्कूल के प्रमुख लुलुन किपकैन ने बताया कि उन्होंने इसकी सूचना रात में ही संस्था के सीनियर पदाधिकारियों को दी। करीब 12 बजे पुलिस को इसकी सूचना दी गई। सूचना मिलने के बाद जिले से एसपी वाई. एस. रमेश पूरे दलबल के साथ पहुंचे। 4 छात्रओं को मेडिकल जांच के लिए पाकुड़ सदर अस्पताल भेजा गया है। रेपिस्टों को पकड़ने के लिए आसपास के गांवों में छापेमारी की जा रही है। पुलिस 3 युवकों को हिरासत में लिया है। उनसे पूछताछ की जा रही है।

इस मिशन स्कूल में 70 लड़कियां पढ़ती हैं। घटना के बाद उन्हें साहिबगंज जिले के बरहेट स्थित मिशन की शाखा में स्थानांतरित कर दिया गया है।

मुलायम बोले, कारसेवकों पर गोली चलवाने का अफसोस | today hindi news papers

एक न्यूज चैनल को दिए इंटरव्यू में मुलायम ने कहा कि कारसेवकों पर गोली चलाने का फैसला दुखदायी था,लेकिन उस समय उनके पास कोई विकल्प नहीं था। देश की अखंडता दांव पर लगी हुई थी। मुलायम ने कहा कि विवादित ढांचे के चारों ओर करीब 11 लाख कारसेवक जमा हो गए थे। देश में शांति बनाए रखने के लिए यह उस समय लिया गया एकदम सही फैसला था।

मोदी का नहीं अखिलेश का मॉडल चलेगाः मुलायम ने मोदी के 'गुजरात मॉडल'को खारिज करते हुए कहा कि देश यूपी के डिवेलपमेंट मॉडल को अपनाएगा। मुलायम ने मोदी से सवाल करते हुए कहा कि उन्होंने किसानों और लड़कियों के लिए गुजरात में क्या किया है?उन्होंने कहा कि इस समय हर कोई मध्य प्रदेश में शिवराज सिंह चौहान सरकार की 'कन्यादान योजना' की तारीफ कर रहा है, लेकिन मैंने 10 साल पहले ही यह योजना लागू कर दी थी। मुलायम ने कहा कि यूपी अकेला राज्य है जिसने सच्चर कमिटी की सिफारिशों को लागू किया है।

दागी माननीयों को बचाने में जुटी समाजवादी पार्टी | today hindi news papers

नई दिल्ली।। सजायाफ्ता और जेल में बंद नेताओं के चुनाव लड़ने पर रोक के सुप्रीम कोर्ट के फैसलों के खिलाफ समाजवादी पार्टी बगावत करने का मूड बना चुकी है। इस फैसले के खिलाफ वह दूसरी पार्टियों को भी लामबंद करने की कोशिश करेगी।

पिछले सप्ताह आए सुप्रीम कोर्ट के दो फैसलों ने पार्टियों की बेचैनी बढ़ा दी है। एसपी पहली सियासी पार्टी है, जो खुलकर कोर्ट के फैसले के विरोध में उतर आई है। समाजवादी पार्टी ने 5 अगस्त से शुरू हो रहे संसद के मॉनसून सत्र में न्यायपालिका के खिलाफ एक आक्रामक रणनीति तैयार की है।
समाजवादी पार्टी के ताकतवर महासचिव रामगोपाल यादव ने हमारे सहयोगी अखबार टाइम्स ऑफ इंडिया से कहा कि सुप्रीम कोर्ट के फैसलों को रद्द करने के लिए वह राजनीतिक पार्टियों से संविधान में संशोधन के लिए बात करेंगे, ताकि नेताओं को चुनाव लड़ने से कोई नहीं रोक सके।

मिशन 2014 का बिगुल बजाने दिल्‍ली पहुंचे मोदी | today hindi news papers

नई दिल्ली। गुजरात के मुख्यमंत्री और बीजेपी की चुनाव प्रचार समिति के मुखिया नरेंद्र मोदी दिल्ली में हैं। वो पार्टी संसदीय दल की बैठक में भाग लेने आए हैं। मोदी के प्रचार अभियान की कमान संभालने के बाद ये संसदीय दल की पहली बैठक है। आज शाम संसदीय दल की बैठक होनी है और उसके बाद पार्टी की प्रचार कमेटी का ऐलान सकता है। बैठक से पहले मोदी बीजेपी और उसके सहयोगी दलों के नेताओं से अलग-अलग मुलाकात कर रहे हैं। इसी के तहत जनता पार्टी अध्यक्ष सुब्रमण्यम स्वामी, बीजेपी महासचिव वरुण गांधी ने मोदी से मुलाकात की। बीजेपी के साथ अपने पुराने रिश्तों की दुहाई देते हुए स्वामी ने कहा कि वे अपनी जनता पार्टी का बीजेप में विलय करने को तैयार हैं। उन्होंने कहा कि हम बहुत पहले से मित्र हैं। मैं मोदी को 1972 से जानता हूं। पुराने जनसंघी थे हम।

बेहद अहम है यह बैठक

चुनाव अभियान की शुरुआत से पहले होने वाली यह बैठक काफी अहम मानी जा रही है, क्योंकि इसमें कैंपेन की रणनीतियों को लेकर अहम फैसले हो सकते हैं। सूत्रों के मुताबिक, बैठक में लालकृष्ण आडवाणी और राजनाथ सिंह भी होंगे। यह पहला मौका होगा, जब लोकसभा चुनाव के मद्देनजर आडवाणी और मोदी, दोनों ही अपने-अपने तरीके से चुनावी रणनीति पर बात रख सकते हैं। सूत्रों के मुताबिक, बैठक में संसदीय बोर्ड के सदस्यों को भी शामिल करके मोदी संदेश देना चाहते हैं कि वह अकेले ही फैसले नहीं ले रहे, बल्कि पार्टी के नियमों के तहत सभी की सुन रहे हैं। पार्टी के एक सीनियर लीडर के मुताबिक, बैठक में चुनाव की दृष्टि से हर क्षेत्र का आकलन, वहां की कमजोरी और मजबूती के बिंदुओं की समीक्षा के अलावा चुनावी मुद्दों की भी पहचान की जाएगी।

ट्विटर पर छाए मोदी, लाखों फॉलोअर्स, सबसे लोकप्रिय भारतीय बन | today hindi news papers

नई दिल्‍ली। गुजरात के मुख्‍यमंत्री नरेंद्र मोदी ट्विटर पर फॉलो किये जाने वाले सबसे लोकप्रिय भारतीय बन गये हैं। दुनिया भर में 20 करोड़ से ज्‍यादा लोगों के लिये अभिव्यक्ति का सशक्त माध्‍यम बन चुकी माइक्रो ब्लॉगिंग वेबसाइट ट्विटर पर फॉलोअर्स के मामले में नरेंद्र मोदी ने कांग्रेस नेता शशि थरूर को पीछे छोड़ दिया है। मोदी के ट्विटर पर 18,22,166 फॉलोवर हैं। ट्विटर पर मोदी की सक्रियता का अंदाज इस बात से लगाया जा सकता है कि उन्होंने अब तक 2,581 ट्वीट किया है।

मोदी करते हैं सिर्फ 373 लोगों को फॉलो

नरेंद्र मोदी कुल 373 लोगों और संगठनों को फॉलो करते हैं, जिसमें मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान, राजस्थान की पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे सिंधिया, रतन टाटा, ए आर रहमान, अमिताभ बच्चन, लता मंगेशकर, आदि शामिल हैं। ट्विटर मिनिस्टर के नाम से मशहूर शशि थरूर लंबे समय तक इस वेबसाइट पर नंबर एक की स्थिति बरकरार रखने के बाद अब दूसरे नंबर पर पहुंच गये हैं। थरूर के ट्विटर पर 18,20,931 फॉलोवर हैं। हालांकि थरूर ट्वीट करने के मामले में मोदी से बहुत आगे हैं। थरूर ने अब तक 17,933 ट्वीट किये है, हालांकि उनमें से कुछ पर विवाद भी खड़ा हो चुका है।

मोदी, थरूर नहीं करते हैं एक दूसरे को फॉलो

थरूर 392 लोगों और संगठनों को फॉलो करते हैं, लेकिन मजेदार बात यह है कि मोदी और थरूर एक दूसरे को फॉलो नहीं करते हैं। अगर अन्य भारतीय नेताओं की बात करें तो वे ट्विटर पर प्रशंसकों के मामले में मोदी और थरूर के आस पास भी नहीं फटकते। अन्य प्रमुख नेताओं में लोकसभा में विपक्ष की नेता सुषमा स्वराज के 5,22,082, जम्मू कश्मीर के मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला के 3,05,691, अजय माकन के 2,67,384, वरुण गांधी के 1,45,395, वरिष्ठ कांग्रेस नेता दिग्विजय सिंह के 54,869, भाजपा अध्यक्ष राजनाथ सिंह के 26,755 और सूचना तथा प्रसारण मंत्री मनीष तिवारी के मात्र 8,528 फॉलोवर हैं। ट्विटर पर सबसे लोकप्रिय नेता अमेरिका के राष्ट्रपति बराक ओबामा हैं। ओबामा के तीन करोड़ 36 लाख से भी अधिक फॉलोवर हैं। ओबामा ने अब तक 9,411 ट्वीट किये है और वह 6,61,004 लोगों तथा संगठनों को फॉलो करते हैं।

23 साल बाद मुलायम को अफसोस, बोले- अयोध्या में कारसेवकों पर गोली चलवाने का फैसला दर्दनाक था | today hindi news papers

नई दिल्ली। समाजवादी पार्टी के सुप्रीमो मुलायम सिंह यादव ने अयोध्या में कारसेवकों पर गोली चलवाने के फैसले पर खेद जताया है। मुलायम ने करीब 23 साल बाद अपने इस आदेश पर खेद जताया है। 1990 में अयोध्या में राम मंदिर की कारसेवा के लिए लाखों लोग जमा हो गए थे। इन्हें काबू में करने के लिए उस समय मुख्यमंत्री रहे मुलायम ने गोली चलाने के आदेश दिए थे।

मुलायम ने एक निजी चैनल को दिए इंटरव्यू में ये बात कही। मुलायम ने कहा कि कारसेवकों पर गोली चलवाने का फैसला देना बेहद दर्दनाक था, लेकिन मेरे पास कोई दूसरा विकल्प भी नहीं बचा था। यह देश की एकता-अखंडता का सवाल था। करीब 11 लाख कारसेवक विवादित परिसर के पास जमा हो गए थे। उस समय ऐसा फैसला लेना मजबूरी बन गया था।

मोदी के मॉ़डल को खारिज किया

इस इंटरव्यू में मुलायम ने मोदी मॉडल को भी खारिज किया। मुलायम ने कहा कि देश यूपी के विकास मॉडल को अपनाएगा। मुलायम ने सवाल उठाया कि उन्होंने किसानों और लड़कियों के लिए योजनाएं चलाईं, गुजरात में क्या हुआ। मुलायम ने ये भी कहा कि आज मध्य प्रदेश के सीएम शिवराज की कन्यादान योनजा की तारीफ हो रही है, लेकिन मैंने 10 साल पहले ही ये योजना लागू कर दी थी।

पवार के पीएम बनने में गलत क्या है

मुलायम ने 2014 के चुनावों में अपनी पार्टी के किसी दूसरे दल को समर्थन के फैसले पर खुलासा नहीं किया। मुलायम ने हालांकि एनसीपी अध्यक्ष शरद पवार के पीएम की दावेदारी पर सकारात्मक रुख दिखाया। मुलायम ने कहा कि अगर शरद पवार पीएम बनते हैं तो इसमें गलत क्या है?

बरमेश्वर मुखिया हत्याकांड की जांच को सीबीआइ तैयार | hindi samachar

पटना [जागरण संवाददाता]। रणवीर सेना सुप्रीमो बरमेश्वर मुखिया हत्याकांड की तफ्तीश केंद्रीय जांच एजेंसी [सीबीआइ] जल्द ही शुरू कर देगी। सीबीआइ मुख्यालय, नई दिल्ली ने मामले की जांच की अंतिम स्वीकृति के लिए केंद्रीय कार्मिक व प्रशिक्षण विभाग [डीओपीटी] की सेवा व निगरानी शाखा को सहमति पत्र भेज दिया है। इसके तहत अब डीओपीटी की ओर से मुखिया हत्याकांड की जांच सीबीआइ से कराने के लिए शीघ्र ही अधिसूचना जारी करने की संभावना है।

दरअसल बिहार सरकार ने लगभग एक माह पहले मुखिया हत्याकांड की जांच सीबीआइ से कराने के लिए केंद्र सरकार से दुबारा आग्रह किया था। इसके तहत केंद्रीय विभाग डीओपीटी ने सीबीआइ मुख्यालय से उसका पक्ष जानना चाहा था। केंद्रीय विभाग डीओपीटी सूत्र के अनुसार सीबीआइ का सहमति पत्र प्राप्त हो चुका है। बताते चलें कि एक जून, 2012 को बरमेश्वर मुखिया की हत्या आरा में अहले सुबह कर दी गई थी। बिहार सरकार ने छह जून, 2012 को केंद्र सरकार से हत्याकांड की जांच सीबीआइ से कराने का आग्रह किया था। लेकिन सितंबर, 2012 को सीबीआइ ने संसाधन की कमी का हवाला देते हुए मामले की जांच में रुचि नहीं दिखाई।

राडिया टेप रिकार्ड पर लेने की सीबीआइ की मांग खारिज | hindi samachar

नई दिल्ली [जागरण संवाददाता]। टू-जी स्पेक्ट्रम आवंटन घोटाले मामले में दिल्ली की पटियाला हाउस कोर्ट ने सीबीआइ की मांग खारिज कर दी है। सीबीआइ ने मामले में गवाह और पूर्व कारपोरेट लॉबिस्ट नीरा राडिया की बातचीत की रिकार्डिग वाली सीडी को सबूत के तौर पर केस में शामिल किए जाने की मांग की थी।

विशेष जज ओपी सैनी ने फैसले में कहा कि सीबीआइ अपनी मांग को लेकर गंभीर नहीं है, क्योंकि उसने
याचिका से संबंधित दस्तावेजों की प्रति आरोपियों को नहीं दी है। बचाव पक्ष की आपत्ति है कि उन्हें याचिका से संबंधित सभी कागजात सीबीआइ ने नहीं दिए हैं। लिहाजा, याचिका को खारिज किया जाता है। अदालत ने कहा कि सीबीआइ ने आयकर विभाग से मिली कॉल रिकार्डिग की डिटेल से संबंधित पत्र की प्रति बचाव पक्ष को नहीं दी है। ऐसे में आधे-अधूरे आवेदन के साथ राडिया की बातचीत की सीडी को रिकार्ड पर लेने की अनुमति नहीं दी जा सकती। ज्ञात हो कि सीबीआइ ने अदालत में अर्जी दायर कर कहा था कि नीरा राडिया से हुई बातचीत के 62 टेप उसके पास हैं, जबकि 12 टेप का संवाद पहले ही अदालत के समक्ष दायर किया जा चुका है।

प्राण ने उन्नाव के केशरगंज में हासिल की थी प्राथमिक शिक्षा | hindi samachar

उन्नाव [जासं]। कलम और तलवार की धरती उन्नाव से रुपहले पर्दे पर पांच दशकों तक राज करने वाले कृष्ण सिकंद उर्फ प्राण के निधन का समाचार सुनते ही शहर में शोक की लहर दौड़ गई। उन्नाव की गलियों में अपना बचपन बिताने और यहीं से अपनी प्राथमिक शिक्षा लेने वाले प्राण भले यहां लौटकर दोबारा नहीं आए हों, लेकिन उन्नाव के लोग आज भी उनको अपने से अलग नहीं कर पाए। साहित्यकारों ने इसे एक बड़ी हानि बताई।

फिल्म अभिनेता प्राण का उन्नाव से पुराना रिश्ता रहा है। यहां उनके पिता केवल कृष्ण सिकंद जूनियर इंजीनियर थे। 1920 में दिल्ली में जन्मे प्राण 1932 में पिता के साथ यहां आए थे। वह यहां के मोहल्ला कैथियाना में मोहन लाल श्रीवास्तव के मकान में किराए पर रहते थे। प्राण ने केसरगंज बेसिक विद्यालय में आठवीं तक की शिक्षा हासिल की थी। 1938 में यहां से उनके पिता का तबादला रामपुर हो गया था।

दो बार अपनी पाठशाला देखी

वैसे तो प्राण व उनके पिता दोबारा यहां नहीं रहे, लेकिन प्राण अपने उन्नाव को नहीं भूल पाए। इधर जब भी आए अपनी धरती जरूर देखी। फिल्म स्टार बनने के बाद वह दो बार उन्नाव आये थे। हालांकि उनका यहां आने का कोई प्रोग्राम नहीं था। वह लखनऊ शूटिंग में आये थे, लेकिन उसमें समय निकाल कर यहां आए और अपनी पाठशाला व जिस मकान में रहते थे उसे देखकर वापस हो गए।

उन्नाव की लेते रहे हाल चाल

प्राण का उन्नाव प्रेम का अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि यहां के प्रसिद्ध गीतकार स्व. भगवत दत्त मिश्रा से जब मिलते केवल उन्नाव की बातें होती थीं। कवि अतुल मिश्रा ने बताया कि वह स्व. भगवत दत्त के साथ एक बार प्राण से मिलने गए थे, तो दोनों लोग उन्नाव में ही रम गए। जब उन्हें पता चला कि मैं भी उन्नाव से हूं, उनको लगा कोई अपना मिल गया। हमसे यहां की बातें करने लगे।

Cong hits back at Narendra Modi over secularism taunt, calls BJP communal

Hitting out at Narendra Modi over his veil of secularism remark, Congress today said the "cloak of secularism" envelopes all faiths while the veil of communalism is sectarian and the country is witnessing a clash of these two visions.

Congress leader and Information and Broadcasting Minister Manish Tewari said the choice before people was an inclusive India or an India which is sectarian.

"The cloak of secularism is all pervasive. It envelopes Hindus, Muslims, Sikhs, Jains - people of all faiths. While the veils of communalism are extremely sectarian. They believe, in their language people whom they qualify as 'kutte ka bachcha', which you (media) translated as puppies, should be crushed under the wheels of communalism," he told reporters here.

Modi had yesterday charged Congress with wearing the "burqa (veil) of secularism" and "hiding in a bunker" each time it is confronted with a crisis.

Tewari said, "This polarisation is not about Hindus versus Muslims, it is not about those who are the sufferers of a pogrom and those who inflicted the pogrom. It is about the basic idea of India, what kind of India we want to see".

"An India where people of all faiths, all religions, all dispensations, all inclinations have the right to progress in peace or an India which is sectarian in character, where some people believe that if you are not with us, you are against us and if you are against us, you deserve to be crushed under the wheels of communalism. I think that is the question we need to answer," he said.

The Congress leader said that the country had to choose between an inclusive vision and one that was sectarian and majoritarian.

Ref: Indianexpress.com/news/cong-hits-back-at-narendra-modi-over-secularism-taunt-calls-bjp-communal/1142007/